हमने पूछा -भई सोचा तो ठीक ही है तो इरादा क्या है? । थोडी देर मौन रहने के बाद कुछ झिझकते हुये -भाईजान ने फरमाया कि सोचा है योगा शुरू किया जाये। गुड, आइडिया तो अच्छा है। ज़नाब हौले से मुस्कुराये। कहीं कोई कैम्प ज्वाइन करना है क्या ? हमने प्रश्न दागा । बोले नहीं एक दोस्त बाहर से आने वाला है उससे सीडी मंगवाई है।
योगा ...................... सीडी........... बाहर से ............... हमारे कान कुछ खडे हुये।बिना मौका दिये तत्काल पूछा वो

क्यों भई ,हम गलत थोडे ही कह रहें हैं। संजीत जैसे ना जाने कितने युवा इस सीडी से इन्सपायर्ड होंगें, आप अन्दाज़ा लगा ही सकते हैं।एक समय था जब बाबारामदेव योग क्रांति लाये थे । अब युवा दिल ,हर दिल अज़ीज़ शिल्पाशेट्टी नये रूप में हैं। साधुवाद , चलिये कोई तो कारण मिला हमारे युवा लोगों को इन्सपायर्ड होने का।
8 comments:
हा हा हा या ही ही ही.... या सिर्फ :) ... भाव यह है कि हम पहले मुस्कराए फिर हँसें , हँसे इस लिए कि आपकी पोस्ट को ऊँची पढकर बच्चों को सुनाया ... हम कैसे वंचित रह गए उस सुन्दरी को देखने से..अंतर्जाल पर खोजते हैं... :) वैसे आपकी पिछली पोस्ट भी जबरदस्त थी..
लो कल्लो बात योगा क्लासेज तो मै लगाती हूँ, अलग बात है कि ना मै बाबा रामदेव हूँ ना ही शिल्पा शेट्टी हूँ, पर इसमे हसने वाली बात समझ मे नही आयी... :)
योगा चाहे बाबा रामदेव या शिल्पा शेट्टी कराए लोगो का तो भला ही हो रहा है.
ए ल्लो जी!!
आप तो सारी पोल खोल देते हो , अच्छा हुआ जो और बहुत सी बाते नई बताई अपन ने आपको ;)
हाय शिल्पा गुरु, ओह शिल्पा गुरु, वाह शिल्पा गुरु ;)
सही पहचाना आप ने …लेकिन मिनाक्षी जी की तरह हम भी वंचित रह गये ये नजारा देखने को
अनुराधाजी
आपने तो संजीत भाई की पोल खोल दी
वर्ना हमें नहीं पता था कि उन्होंने सीडी मंगवा ली है
भाई संजीत अगर सीडी ठीक हो और कुछ फायदा मिले तो बताना
अपन का हाल भी हाथ अगरबत्ती टाइप का ही है
जय हो शिल्पा देवी की
anuradha jee,
saadar abhivaadan. dekhaa aapne aakhir aapko aur apke antarman ko dhoond hee liya maine. aapne to apne blog ke baare mein bataayaa nahin . bhae khud ki talaash jaaree hai badaa hee daarshnik puch rakhaa hai. ek pichhlee baat bhee karnee hai kuchh din pehle apne meri post mein vartnee ki shikaayat kee thee, sar aakhon par lekin kyaa karoon mujhe kaife mein bloggin karnee padtee hai aur phir use theek karnaa aataa bhee nahin hai waise aage se khyaal rakhungaa. aapkaa mansik charitra apne jaisaa hee lagaa filhaal itnaa hee ab aap mujhe hamesha paayeingee.
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